जबलपुर। देश में बनाए गए नागरिकता कानून का उददेश्य नागरिक्ता देना था, लेकिन केन्द्र सरकार इसमें संशोधन कर अब इसका दुरुपयोग कर रही है। ये कहना है राज्यसभा सांसद और कांग्रेस लीगल सेल के अध्यक्ष विवेक तन्खा का। जबलपुर पहुंचे तन्?खा ने कहा कि नागरिकता संशोधन कानून को चुनौती देने के लिए कांग्रेस शासित राज्यों की ओर से अलग से याचिकाएं सुप्रीम कोर्ट में दाखिल की जाएंगी। साथ ही उन्?होंने गृह मंत्री अमित शाह और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर एनआरसी को लेकर लगातार अपने बयान बदलने का आरोप लगाया है।
नए कानून से देश को गुमराह करने की कोशिश
नागरिकता संशोधन कानून को लेकर राज्यसभा सांसद विवेक तन्?खा ने बीजेपी पर निशाना साधा है। उन्?होंने कहा कि भारतीय जतना पार्टी देश को बांटने का काम कर रही है। नागरिकता संशोधन कानून को लेकर अभी भी गृह मंत्री अमित शाह और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लगातार अपने बयान बदल रहे हैं। एनआरसी को लेकर भी अलग-अलग बयान दिए जा रहे हैं। विवेक तन्?खा का कहना था कि इससे साफ जाहिर होता है कि केंद्र सरकार देश की जनता को गुमराह करने की कोशिश कर रही है। मध्य प्रदेश में नागरिकता संशोधन कानून लागू होगा या नहीं इस सवाल पर कांग्रेस सांसद ने कहा कि बीजेपी के कहने भर से मध्य प्रदेश में कानून लागू नहीं होगा, क्योंकि यह जरूरी नहीं है कि राज्य सरकार हर कानून अपने प्रदेश में लागू करें। किसी भी कानून के इंप्लीमेंटेशन के लिए मिशनरी का इस्तेमाल होता है और वह राज्य सरकार को ही करना है। उन्?होंने आगे कहा कि नागरिकता संशोधन कानून को लेकर तमाम कांग्रेस शासित राज्य सुप्रीम कोर्ट में अलग से याचिकाएं दायर करेंगे।
गांधी का विरोध करने वाले देश में नहीं रह सकते : विवेक तन्खा
जबलपुर। कांग्रेस द्वारा जबलपुर से छिंदवा?ा के लिए गांधी संदेश पदयात्रा निकाली जा रही है। टाउन हॉल स्थित गांधी प्रतिमा स्थल पर कांग्रेसी कार्यकर्ता एवं नेता एकत्रित हुए और महात्मा गांधी की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर यात्रा शुरू की। इस मौके पर राज्यसभा सांसद विवेक तन्खा भी मौजूद रहे। मीडिया से चर्चा के दौरान तन्खा ने कहा कि महात्मा गांधी सदी के सबसे ब?े महापुरूष थे और जब तक देश उनके आदर्शों पर चलेगा तब तक देश की एकता और अखंडता बनी रहेगी। भाजपा (क्चछ्वक्क) द्वारा विरोध करने के सवाल पर उन्होंने कहा कि भाजपा कभी गांधी का विरोध नहीं कर सकती, क्योंकि उसमें हिम्मत नहीं है। देश में जो भी पार्टी गांधी का विरोध करेगी वह देश में नहीं रह पाएगी।
जल्द ही दिल्ली भी हाथ से निकल जाएगी
एनआरसी और एनआरपी को लेकर तन्खा ने कहा कि जनता के विरोध के बाद अब पीएम नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह कह रहे हैं कि एनआरसी जैसी कोई चीज नहीं है। अब एनपीआर की बात हो रही है जो एनआरसी का पहला कदम है। दरअसल, एनपीआर में एक रजिस्टर बनता है जिसमें पॉपुलेशन की गिनती होती है और वैसे भी हर दस साल में जनसंख्या की गिनती होती ही है। जबकि पूर्व केंद्रीय मंत्री पी चिदंबरम भी एनपीआर बना रहे थे, लेकिन एनआरसी में गणना के बाद वैरीफिकेशन किया जाएगा। एनपीआर और एनआरसी को लेकर अभी कोई क्लियरिटी नहीं है। जनता की चुनौती के बाद भाजपा तीन कदम पीछे हट गई है। भाजपा का एक ब?ा वर्ग भी इस कदम से नाखुश है। लिहाजा अब बीजेपी को इस तरह के कदम उठाने को लेकर सोचना प?ेगा, वरना अभी तक 60 प्रतिशत देश हाथ से निकल चुका है और आने वाले सालों में दिल्ली भी हाथ से निकल जाएगी।
कितनी बार होगा देशवासियों का वेरिफिकेशन?
कांग्रेस सांसद विवेक तन्खा से जब सवाल किया गया कि क्या देश में रहने वालों का वेरिफिकेशन करना गलत है। इस पर उन्होंने सीधे सवाल किया कि कितनी बार वैरीफाई करेंगे। हालांकि उन्होंने ये नहीं बताया कि इससे पहले कितनी बार देश में रहने वाले नागरिकों का वेरिफिकेशन किया गया है।