*शैल्बी अस्पताल के बाद अब चोईथराम और गोकुलदास के पैरामेडीकल स्टाफ के विरूद्ध हुई कार्यवाही*
कलेक्टर ने कहा अनिवार्य है अस्पताल उपस्थित होकर सेवा देना
इंदौर। कलेक्टर एवं जिला दंडाधिकारी मनीष सिंह ने दो दिवस पूर्व शैल्बी अस्पताल के 13 पैरामेडिकल स्टाफ के विरुद्ध कार्य पर उपस्थित ना होने के विरुद्ध कार्यवाही की थी। अब चोइथराम एवं गोकुलदास अस्पताल के पैरामेडिकल स्टाफ पर यह गाज गिरी है।
उल्लेखनीय है कि, नेशनल डिजास्टर मैनेजमेंट एक्ट 2005 एवं एपिडेमिक डिसिज एक्ट 1897 के तहत प्राप्त शक्तियों का प्रयोग करते हुए उन्होंने यह कार्यवाही प्रस्तावित की है।
चोईथराम अस्पताल मैनेजमेंट द्वारा जिला कलेक्टर मनीष सिंह को यह सूचित किया गया कि 12 पैरामेडीकल स्टाफ अस्पताल में उपस्थित नहीं हो रहे हैं। इसी प्रकार गोकुलदास अस्पताल प्रबंधन द्वारा बताया गया कि 17 पैरामेडिकल स्टाफ कार्यस्थल पर उपस्थिति नहीं दे रहे हैं। जिसके पश्चात कलेक्टर ने नेशनल डिजास्टर मैनेजमेंट एक्ट 2005 एवं एपिडेमिक डिसीज़ एक्ट 1897 के तहत कार्यवाही की है।
संबंधित पैरामेडिकल स्टाफ को पूर्व में भी 22 अप्रैल 2020 को एक आदेश जारी कर सोशल मीडीया के माध्यम से एवं अस्पताल मैनेजमेंट के माध्यम से तथा उनके मोबाईल नंबर पर सूचित करते हुए उनकी उपस्थिति अनिवार्यतः सुनिश्चित करने के निर्देश दिए थे। साथ ही जिन कर्मचारियों के मोबाईल चालू थे, उनसे अपर कलेक्टर कीर्ति खुरासिया द्वारा भी फोन पर संपर्क करने के प्रयास किए गए। इसके उपरान्त भी ये सभी अस्पताल में उपस्थित नहीं हुए। अतः उक्त दोनों अधिनियमों के तहत अस्पताल में कार्यरत इन नियमित कर्मचारियों की यह बाध्यता है कि, वे अस्पताल में उपस्थित हों तथा इस शहर के नागरिक जो कोराना कोविड-19 से पीड़ित है उनकी सेवा करें।
कलेक्टर श्री सिंह ने आदेश दिया है कि, निर्देशों का पालन ना करना, भारतीय दण्ड विधान की धारा 187, 188, 269, 270 271 के तहत् दण्डनीय अपराध है। कलेक्टर मनीष सिंह ने पुलिस उप महानिरीक्षक को पत्र लिखकर कहा है कि वे इनके विरूद्ध कार्यवाही करने हेतु संबंधित अधिकारियों को निर्देशित करें।
चोइथराम अस्पताल के 12 पैरामेडिकल स्टाफ में कविता मौर्य, प्रिया सिंह, अनुपम पटेल, कोमल यादव, आरती पाल ,सुमित्रा चौहान ,नंदनी धीमान, माया यादव, ज्योति डाबर , प्रियंका तिवारी , रोशनी सूर्यवंशी, एवं प्रदीप गुप्त तथा गोकुलदास अस्पताल के 17 पैरामेडीकल स्टाफ में डॉक्टर मनीष अग्रवाल, जितेंद्र कड़क ,महेंद्र बिरला , सुनील पाटीदार , मिलिंद पंतवामे, , रेशमी गौर, कविता कुमावत, लिबिन जोश, विजय कुरील, विनीत कहार, नरेंद्र मेहरा, पूजा अग्रवाल, अजय बिलनावर, राकेश बर्मन, दुर्गा कुशवाह, शांति निनीमा एवं आशा ठाकुर शामिल हैं।
अस्पताल प्रबंधन द्वारा बताया गया कि इनमें से अधिकांश पैरामेडिकल स्टाफ से संपर्क किए जाने पर या तो उनका फोन नहीं लगा, या फोन बंद पाया गया अथवा मोबाइल नंबर सेवा में उपलब्ध नहीं है, इस प्रकार का की जानकारी प्राप्त हुई।