इंदौर में कोरोना / एमवाय अस्पताल में सर्जरी विभाग की 55 साल की नर्स समेत दो की मौत, कोरोना के संदेह में भर्ती किया गया था
- मध्य प्रदेश के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल एमवायएच में कोरोना के लिए स्पेशल वार्ड बनाया गया है।
- नर्स को सर्दी, खांसी और बुखार होने पर चेस्ट वार्ड में भर्ती किया गया था
- हृदय रोग से पीड़ित दूसरी नर्स का भी एमवाय अस्पताल में ही इलाज चल रहा था
इंदौर. मप्र में काेरोना संक्रमण से सबसे ज्यादा प्रभावित शहर इंदौर में मंगलवार रात एमवाय अस्पताल की दो नर्साें ने दम तोड़ दिया। 55 साल की एक नर्स को सर्दी, खांसी और बुखार होने पर चेस्ट वार्ड में भर्ती किया गया था। कोरोना के लक्षण दिखाई देने पर उनके सैंपल जांच के लिए भेजे गए थे। वहीं, रात में ही एमवायएच की एक अन्य महिला नर्स की भी मौत हो गई। हृदय रोग से पीड़ित नर्स का भी एमवाय अस्पताल में ही इलाज चल रहा था।
एमवायएच अधीक्षक डॉ. पीएस ठाकुर ने बताया कि बताया कि अस्पताल के चेस्ट वॉर्ड में भर्ती महिला नर्स समेत दो नर्स ने मंगलवार रात दम तोड़ दिया। 55 साल की महिला नर्स में कोरोनावायरस के लक्षण दिखाई दिए थे, जिसके बाद उसका नमूना लेकर जांच के लिए भेजा गया था, अभी रिपोर्ट नहीं आई है। डॉ. ठाकुर ने बताया कि चेस्ट वार्ड में भर्ती नर्स, तबीयत खराब होने से वह 1 अप्रैल से 14 अप्रैल तक अवकाश पर रहीं। सिर्फ 5 अप्रैल को उन्होंने ड्यूटी की थी। तबीयत खराब होने पर 15 अप्रैल को उन्होंने ओपीडी में दिखाया था। उन्हें होम क्वारैंटाइन के लिए कहा गया था। उनकी तबीयत ज्यादा खराब होने पर अगले दिन वे चेस्ट वार्ड में भर्ती हो गई थीं। कोरोना के लक्षण दिखाई देने पर उनके सैंपल लेकर जांच के लिए भेजे गए थे। पिछले तीन सप्ताह से वे एक दिन छोड़कर बाकी दिन अवकाश पर रहीं। बता दें कि इंदौर जिले के अब तक 923 लोग कोरोना वायरस से संक्रमित पाए गए हैं। इनमें से 52 लोगों की जान जा चुकी है। वहीं, 73 मरीज स्वस्थ होकर अपने घर लौट चुके हैं।