दारुल उलूम देवबंद का फतवा / जुमे की तरह ईद की नमाज भी मस्जिद के बजाए घर में अदा करें; आईसीआई ने भी एडवाइजरी में यही सलाह दी थी
- उत्तर प्रदेश के सहारनपुर स्थित इस्लामी शिक्षण संस्थान दारुल उलूम देवबंद के फतवा विभाग ने यह फतवा जारी किया
- इससे पहले इस्लामी संस्था आईसीआई ने भी लोगों से ईद के दिन लॉकडाउन का मुस्तैदी से पालन करने की अपील की थी
सहारनपुर. देश में संक्रमण पर काबू पाने के लिए लॉकडाउन फेज- 4 जारी है। इसी दौरान ईद का त्योहार भी आएगा। ईद पर मस्जिदों में विशेष नमाज होती है। इस दौरान काफी लोग जुटते हैं। लॉकडाउन के दौरान भीड़ न हो। इसके मद्देनजर इस्लामी शिक्षण संस्थान दारुल उलूम देवबंद ने मंगलवार को एक फतवा जारी किया। फतवे में मुस्लिम समुदाय से ईद-उल-फितर की नमाज घर में ही अदा करने को कहा गया है।
रमजान का महीना चल रहा है। इस दौरान मुस्लिम समुदाय रोजा रखता है। रोजेदार सूरज निकलने से सूरज डूबने तक कुछ खाते-पीते नहीं हैं। यह महीना ईद का चांद दिखने के साथ खत्म होता है।
जुमे की तरह ईद की नमाज भी घर में ही अदा करें
दारुल उलूम के मीडिया प्रभारी अशरफ उस्मानी ने कहा, “कुलपति मुफ्ती अबुल कासिम नोमानी के सवाल पर संस्थान के फतवा विभाग की एक पीठ ने यह फतवा जारी किया है। इसके मुताबिक, लॉकडाउन में जिस तरह से जुमे (शुक्रवार) की नमाज घर में पढ़ी जा रही है, उसी तरह ईद की नमाज भी घर में ही अदा की जाए।” फतवे में यह भी कहा गया है कि जिन लोगों को ईद की नमाज नहीं मिले, उन्हें परेशान होने की जरूरत नहीं है। जो हालात हैं, ऐसे में उनकी ईद की नमाज माफ होगी।
इस्लामिक सेंटर ऑफ इंडिया ने भी जारी की थी अपील
शरई मामलों पर सलाह जारी करने वाली संस्था इस्लामिक सेंटर ऑफ इंडिया ने एडवाइजरी जारी की थी। इसमें कहा गया था कि ईद के दिन भी लोग किसी के घर न जाएं। गले भी न मिलें। इस दौरान लॉकडाउन का मुस्तैदी से पालन किया जाए।