कोरोना वायरस संक्रमण भोपाल के राजभवन तक पहुंच गया है, कैंपस में रहने वाला एक युवक कोरोना पॉजिटिव मिला है। युवक के पिता राजभवन के कर्मचारी है। अभी उसके पिता का सैंपल नहीं लिया गया है। संक्रमण कैसे हुआ इसकी जानकारी अभी नहीं मिली है। सोमवार सुबह आई रिपोर्ट में शहर में 32 नए कोरोना पॉजिटिव मरीज मिले हैं। इसमें सेना के ईएमई सेंटर से भी एक कोरोना पॉजिटिव मिला है, इसके साथ बुधवारा क्षेत्र से 6 मरीज मिले हैं।
इसके पहले रविवार को भोपाल में 37 मरीज मिले थे। 50 साल की एक महिला की मौत भी इस बीमारी हो गई है। अब भोपाल में कुल 1388 संक्रमित हो गए हैं। यहां गुरुवार को 14 मरीजों के स्वस्थ होने के बाद अस्पताल से छुट्टी कर दी गई। अब तक भोपाल में 789 मरीज स्वस्थ हो चुके हैं। वहीं जीएमसी के एक डॉक्टर की पहले हमीदिया अस्पताल से छुटटी कर दी गई थी, इसके बाद रविवार को दोबारा जांच में उनकी रिपोर्ट पॉजिटिव आई तो उन्हें फिर से भर्ती कर लिया गया। भोपाल में कोरोना से मरने वालों की संख्या 46 हो गई है। आंकड़ों के मुताबिक यहां 553 कोरोना वायरस के एक्टिव केस हैं।
अब 49 फीसदी मरीज
कोरोना संक्रमितों की संख्या बढ़ने से एक्टिव(जो पॉजिटिव आने के बाद संक्रमित बने हुए है) मरीजों की संख्या भले ही बढ़ रही है, पर राहत की बात यह है कि एक्टिव केस के मुकाबले स्वस्थ होने वालों का प्रतिशत भी बह रहा है। 1 मई को कुल पॉजिटिव में एक्टिव मरीजों का आकड़ा 5 फीसदी था जो कम होते हुए 49 फीसदी हो गया है।
कोरोना को मात देकर लौटे डागा, पोती अदिरा ने कहा वेलकम दादू
कोरोना सर्दी, जुकाम से बड़ी बीमारी नहीं है। इससे घबराने के बजाय इसका मुकाबला करेंगे तो जल्दी ठीक हो जाएंगे। कोरोना संक्रमण का शिकार हुए पूर्व विधायक जितेंद्र डागा ने यह बात की। डागा रविवार को स्वस्थ होकर अपने घर पहुंचते। घर पहुंचते ही तीन साल की पोती अदिरा ने ग्रीटिंग कार्ड देकर उनका स्वागत किया। कार्ड पर लिखा था वेलकम दादू।
चिरायु अस्पताल से रविवार को 14 योद्धा कोरोना को मात देकर अपने घर की ओर रवाना हुए। इनमें डागा भी शामिल थे। नीलगिरी कालोनी पहुंचते ही डागा का पत्नी निशी डागा और पुत्र अनुज डागा, कांग्रेस नेता नरेश ज्ञानचंदानी, जीतू बलुआ एवं धीरज गोस्वामी आदि ने स्वागत किया। पड़ौसियों ने थाली-चम्मच बजाकर उनका अभिनंदन किया। डागा ने कहा कि अस्पताल में उन्हें दवाओं के साथ विटामिन सी का डोज दिया जाता था। गर्म पानी पीने की सलाह दी गई। कोरोना मुझे मामूली बीमारी लगी। इससे घबराने की जरूरत नहीं है। संक्रमण के बाद डागा के निवास पर गरीबों की रसोई को बंद करना पड़ा था।
मां के साथ घर पहुंचा 4 साल का गणेश
रविवार को जिन योद्घाओं को डिस्चार्ज किया गया उनमें अशोका गार्डन निवासी 4 साल का गणेश यादव भी शामिल थे। गणेश अपनी मां नीतू यादव के साथ प्रसन्न होकर बाहर आया। छोला रोड निवासी रतना इंगले भी कोरोना को मात देकर प्रसन्न नजर आई। रतना सहित सभी योद्घाओं ने कहा कि अस्पताल में सभी चिकित्सकों ने उनका उत्साहवर्धन किया। चिरायु के चेयरमेन डा. अजय गोयनका ने इस मौके पर कहा कि कोरोना को मात देने वाले अपने घर एवं आसपास के इलाकों में रहने वालों को जागरूक करें। पहले स्वयं 7 दिन क्वारंटाइन रहें। मास्क एवं सैनिटाइजर का उपयोग करने की आदत डालें। इस मौके पर चिकित्सकों, सेवादारों एवं सफाई कर्मियों का तालियां बजाकर आभार व्यक्त किया गया।