न्यूयॉर्क टाइम्स से / अमेरिका में 50 फीसदी कर्मचारी महामारी खत्म होने के बाद भी घर से काम करना चाहते हैं, ताकि प्रदूषण, ट्रैफिक और ऑफिस की राजनीति से बच सकें

न्यूयॉर्क टाइम्स से / अमेरिका में 50 फीसदी कर्मचारी महामारी खत्म होने के बाद भी घर से काम करना चाहते हैं, ताकि प्रदूषण, ट्रैफिक और ऑफिस की राजनीति से बच सकें





अपने घर के अहाते बैठकर ऑफिस का काम करती जैक्वी बेनेतुआ। सर्वे में पाया गया है कि घर में रहने से लोग घरेलू काम को नजरअंदाज नहीं कर सकते।






  • अमेरिका की रिसर्च फर्म ग्लोबल वर्कप्लेस एनालिटिक्स ने वर्क फ्रॉम होम कर रहे कर्मचारियों में सर्वे किया

  • घर से काम करने पर लोगों को खुशी मिलती है, प्रोडक्टविटी बढ़ती है, लोग परिवार को ज्यादा समय दे पाते हैं


मारिया क्रैमर/मिहिर जावेरी. न्यूयॉर्क स्थित होबार्ट एंड विलियम स्मिथ कॉलेज में एंथ्रोपोलॉजी के प्रोफेसर 61 वर्षीय जेफ एंडर्सन इन दिनों वर्क फ्रॉम होम कर रहे हैं। ऑफिस की राजनीति और ट्रैफिक की झंझावत से आजकल वे बिल्कुल मुक्त हैं। एंडर्सन कहते हैं कि 'मैं कभी-कभी चिंतित हो जाता हूं कि महामारी समाप्त होने के बाद मुझे दोबारा ऑफिस जाना पड़ेगा। बस स्टॉप से ऑफिस तक पैदल चलकर जाने से ऐसा लगता है कि जैसे मैं बीमार हो सकता हूं। दफ्तर लौटना वाकई बुरा है।’ यह मनोस्थिति सिर्फ मिस्टर एंडर्सन की नहीं है। उनकी तरह घर से काम करने वाले लाखों अमेरिकियों की है। 


अमेरिका की रिसर्च एंड कंसल्टिंग फर्म ग्लोबल वर्कप्लेस एनालिटिक्स ने एक रैंडमली गैलप सर्वे किया है। इसके अनुसार अभी घर से काम करने वाले कर्मचारियों में से 50 फीसदी लोग महामारी खत्म होने के बाद भी वर्क फ्रॉम होम की इच्छा जताई है। ऐसा इसलिए क्योंकि लोग प्रदूषण, ट्रैफिक और ऑफिस की राजनीति से बचना चाहते हैं। बहुतों का मानना है कि घर से काम करने पर खुशी मिलती है। प्रोडक्टविटी बढ़ती है। 



  • घर से काम करने में ऑफिस आने-जाने का समय बचता है


मैनहट्‌टन स्थित एक प्राइवेट कंपनी में सीईओ क्रिस्टीन रीली को महामारी से पहले, मैनहटन के लिए बस पकड़ने के लिए तड़के 4:30 बजे उठना पड़ता था। अब वह घर से काम कर रही हैं। रीली कहती हैं, "घर से काम करने में मैं बेहतर महसूस कर रही हूं। अपने काम पर अधिक समय दे पाती हूं। बस से आने-जाने का समय और पैसे की बचत, यह व्यक्तिगत रूप से मुझे पसंद है। महामारी के बाद भी मैं घर से ही काम करना चाहूंगी।’



  • भविष्य में भी कर्मचारी खुशहाल माहौल की तलाश में रहेंगे


ग्लोबल वर्कप्लेस एनालिटिक्स के अध्यक्ष केट लिस्टर कहते हैं, ‘भविष्य में भी कर्मचारी खुशहाल माहौल की तलाश में रहेंगे। उनकी यह तलाश वर्क फ्राम होम से ही पूरी होगी। कोविड-19 ने पूरी दुनिया को काम करने का एक नया विकल्प दिया है। जो भविष्य में भी जारी रह सकता है।’ घर से काम करना कितना उचित है? इंपलायर के लिए यह कितना लाभदायक साबित होगा?  बिजनेस कंसंल्टिंग फर्म डिस्ट्रीब्यूट कंसंल्टिंग के मुख्य कार्यकारी लॉरेल फर्रर बताते हैं कि यदि कर्मचारियों घर से ही काम करने में सक्षम हैं और कंपनी को उसका लक्ष्य प्राप्त हो रहा है तो वर्क फ्रॉम होम के कई फायदे हैं।'



  • वर्क फ्रॉम होम के 6 फायदे - 


1- ट्रैफिक में खर्च होने वाला समय बचेगा : टेक्सास स्थित ए एंड एम ट्रांसपोर्टेशन इंस्टीट्यूट के विश्लेषण के अनुसार, औसत अमेरिकी जो काम करने के लिए ड्राइव करते हैं, वे प्रति वर्ष 54 घंटे ट्रैफिक में फंसते हैं। कार, बस और मेट्रो द्वारा रोज आने-जाने से न सिर्फ समय की बर्बादी होती है, बल्कि इससे कर्मचारियों में तनाव बढ़ता है।  
2- अधिक कुशलता और प्रोडक्टविटी बढ़ती है : स्टैनफोर्ड के प्रोफेसर निकोलस ब्लूम के नेतृत्व में 2014 में एक चीनी ट्रांसपोर्ट कंपनी में किए गए अध्ययन में पाया गया था कि दफ्तर से काम करने वाले कर्मचारियों की तुलना में घर से काम करने वाले 13 प्रतिशत कर्मचारी अधिक कुशल और ज्यादा प्रोडक्टविटी थे।
3- साफ और स्वस्थ वातावरण मिलेगा : रिसर्च एंड कंसल्टिंग फर्म ग्लोबल वर्कप्लेस एनालिटिक्स के अध्ययन के मुताबिक, अगर अमेरिका में सभी लोग आधे समय तक घर से काम करें तो एक साल में गाड़ियों से निकलने वाले 5.1 करोड़ मीट्रिक टन ग्रीनहाउस गैस उत्सर्जन को कम किया जा सकता है। इससे वायु प्रदूषण में कमी आएगी।
4- कंपनी और कर्मचारी दोनों का पैसा बचेगा : ग्लोबल वर्कप्लेस एनालिटिक्स के अनुसार घर से काम करने पर हर साल औसतन 1.5 लाख से 4.5 लाख रुपए बचाया जा सकता है। क्योंकि यह पैसे दफ्तर आने-जाने के लिए गाड़ी ईंधन पर खर्च होता है। कंपनियां ऑफिस स्पेस पर कम खर्च कर सकती हैं। हार्वर्ड बिजनेस स्कूल के अनुसार अमेरिका की पेटेंट एंड ट्रेडमार्क संस्था ने 2015 में ऑफिस स्पेस पर होने वाले खर्च से करीब 289 करोड़ रुपए से अधिक की बचत की थी।
5-अधिक संतुष्टि और बीमारी का खतरा कम होगा :  वर्क फ्राम होम से लोग परिवार को ज्यादा समय दे पाते हैं। इससे वे कंपनी के लिए अतिरिक्त घंटे दे सकते हैं। लोगों में नौकरी की संतुष्टि बढ़ती है। यही नहीं घर से काम करने से कर्मचारियों को संक्रमण का खतरा भी कम रहता है। 
6-फिटनेस के लिए अधिक समय मिलेगा : नॉर्वे के नॉर्थ सेंट्रल कॉलेज में फिजिकल साइंस के सहायक प्रोफेसर मर्लिन स्कारबेक कहते हैं, "घर से काम करने पर समय की बचत होती है। घर में रहने से लोग घरेलू काम को नजरअंदाज नहीं कर सकते (जैसे कपड़े धुलना, सुखाना और उठाना, घर की सफाई) हैं। यह सब सक्रियता बनाए रखने में मदद करती हैं। इसके अलावा वे लोग जो टाइम न होने का बहाना बताकर जिम स्किप करते हैं, वे भी एक्सरसाइज कर सकते हैं। 



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