5 राज्यों के 15 शहरों से रिपोर्ट / कल से दूर से दर्शन: एमपी में ओंकारेश्वर को छोड़कर सभी मंदिर खुलेंगे, पंजाब के मंदिरों में रुककर भजन नहीं कर सकेंगे
- सोमवार से देश के ज्यादातर राज्यों के धर्मस्थल खोल दिए जाएंगे
- महाकाल मंदिर: 10 से कम, 65 से ज्यादा उम्र वाले को प्रवेश नहीं
- राजस्थान: धर्मस्थल अभी नहीं खुलेंगे, हर जिले में कमेटी गठित
- पंजाब में मंदिर में घंटी बजाने और प्रसाद बांटने पर रोक, गाइडलाइन के सख्ती से पालन के निर्देश
- हरियाणा: सोमवार से सभी धर्मस्थल सशर्त खोले जाएंगे
भोपाल/ जयपुर/चंडीगढ़/पानीपत. लॉकडाउन के ढाई महीने बाद मंदिरों की रौनक लौटने वाली है। सोमवार से देश के ज्यादातर राज्यों के धर्मस्थल सशर्त खोल दिए जाएंगे। जिन राज्यों में धार्मिक स्थल खुलने हैं, उसमें दिल्ली, मध्यप्रदेश, हरियाणा, पंजाब समेत अन्य राज्य शामिल हैं। फरीदाबाद और गुड़गांव में ज्यादा केस आने की वजह से यहां धार्मिक स्थल बंद रहेंगे। मध्यप्रदेश के ओंकारेश्वर ज्योतिर्लिंग को छोड़कर प्रदेश के लगभग सभी प्रमुख मंदिर श्रद्धालुओं के लिए खुलेंगे। राजस्थान में फिलहाल कोई निर्णय नहीं हुआ है। हरियाणा सरकार ने धर्मस्थलों को खोलने के निर्देश दे दिए हैं। कोरोना संक्रमण को देखते हुए सभी राज्यों की सरकारों ने ऐहतियातन कई कदम उठाए हैं। श्रद्धालुओं की संख्या सीमित रखने के साथ ही गेट पर सैनिटाइजर मशीन रखी जा रही हैं। प्रमुख मंदिरों की व्यवस्था पर रिपोर्ट...
हरियाणा: सोमवार से सशर्त खुलेंगे धार्मिक स्थल
पानीपत: 8 जून से शर्तों के साथ धार्मिक स्थलों को खोला जाएगा। इन सभी के लिए राज्य सरकार ने शर्तों को भी जोड़ा है। मंदिरों में दर्शन शुरू होने से पहले धर्मगुरुओं ने अपील भी की है कि शुभ कार्य में सावधानी जरूरी है।
कुरुक्षेत्र: सूर्यग्रहण मेले पर संशय, कई साधु-संत इच्छुक
यहां मंदिर और तीर्थस्थलों को भी खोलने की तैयारी है। 8 जून से जहां तीर्थस्थल खुल सकते हैं, लेकिन भीड़ को देखते हुए कई बदलावों और नियमों के दायरे में खुलेंगे। ऐसे में इसी महीने आ रहे सूर्यग्रहण को लेकर भी संशय गहरा गया है। यह तय है कि इस बार कोरोना के चलते सूर्यग्रहण मेला नहीं लगेगा, लेकिन धार्मिक अनुष्ठान होंगे या नहीं, इस बारे में मंथन जारी है।
अम्बाला: धर्म स्थलों में नए नियम फॉलो कराना प्रशासन के लिए चुनौती
अनलॉक-1 के तहत 8 जून से श्रद्धालुओं के लिए धार्मिक स्थल खोल दिए जाएंगे। सरकार ने इसके लिए स्टैंडर्ड ऑपरेटिंग प्रोसीजर (एसओपी) जारी कर दिया है। नए नियम कड़े हैं, जिनका पालन करना मंदिर, मस्जिद, गुरुद्वारों और अन्य धर्मस्थलों में जरूरी होगा। जिले में कई बड़े धर्मस्थल हैं, जहां हजारों श्रद्धालु पहुंचते हैं। ऐसे में नए नियमों को लागू करवाना प्रशासन के लिए बड़ी चुनौती साबित होने वाला है।
सिरसा: नहीं बजेंगे घंटा-खड़ताल, एक साथ चार लोग ही कर सकेंगे पूजा
अभी तक जिला प्रशासन की ओर से मंदिरों को खोलने को लेकर कोई आदेश जारी नहीं किए गए हैं, लेकिन मंदिरों और मस्जिदों तैयारियां शुरू हो हो गई हैं। जिले के डबवाली, ऐलनाबाद , कालांवाली और रानियां सहित सिरसा में मंदिर मस्जिद की प्रबंध समितियों ने भी पूरी तैयारियां शुरू कर दी हैं। मंदिर के पुजारियों का कहना है कि हम सभी दिशा निर्देशों का पालन करेंगे, हम इसके लिए पूरी तैयारी कर रहे हैं। मंदिर परिसर में शारीरिक दूरी के नियम के स्टीकर लगाए जाएंगे।
हिसार: यमुनानगर में मंदिरों के परिसर सैनिटाइज कर घंटियों पर बांधे कपड़े
शहर के पुराना रादौर रोड पर प्राचीन श्रीदेवी मंदिर को भी 8 जून को खोले जाने की संभावना को देखते हुए प्रबंधन कमेटी ने परिसर को सैनिटाइज करवा दिया है। मंदिर के अंदर टंगी सभी घंटियों को कपड़े से बांध दिया गया है, ताकि इन्हें श्रद्धालु न बजाएं। मंदिर सचिव देवेंद्र ने बताया कि मंदिर कमेटी ने मीटिंग कर केंद्र की ओर से 8 जून से धार्मिक स्थलों को खोलने के फैसले पर चर्चा की।
राजस्थान: धर्मस्थल अभी नहीं खुलेंगे, हर जिले में कमेटी गठित
राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत ने धर्मस्थलों को खोलने को लेकर शनिवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए धर्म गुरुओं, संत-महंतों, धार्मिक संगठनों के प्रतिनिधियों से चर्चा की। सुझावों के आधार पर धर्मस्थल खोलने के लिए कलेक्टर की अध्यक्षता में हर जिले में कमेटी बनाने का निर्णय हुआ। यह कमेटी धार्मिक स्थलों की स्थिति, सोशल डिस्टेंसिंग समेत अन्य हेल्थ प्रोटोकॉल के साथ संक्रमण से बचाव के उपायों पर विचार कर धर्मस्थलों को खोलने के संबंध में सुझाव देगी।
पंजाब: मंदिर में घंटी बजाने और प्रसाद बांटने पर रोक
अमृतसर में सभी धार्मिक स्थल 76 दिन बाद सोमवार से खुलेंगे।। भक्तों को मास्क पहनना अनिवार्य होगा और मंदिरों में ठहरकर भजन नहीं कर सकेंगे। सरकार की तरफ से जारी गाइडलाइंस के पालन के साथ-साथ कुछ अतिरिक्त तैयारियां भी की है, ताकि भक्तों को कोई परेशानी न हो।
चंडीगढ़: धार्मिक स्थल खुलेंगे, प्रशासन की तरफ से जारी गाइडलाइंस का करना होगा पालन
सोमवार से चंडीगढ़ में धार्मिक स्थल भी खुल जाएंगे। मंदिर, गुरुद्वारों, मस्जिद और चर्च में जा सकते हैं, लेकिन गृह मंत्रालय और प्रशासन की तरफ से जारी की गाइडलाइंस का पालन करना होगा।
मध्यप्रदेश: ओंकारेश्वर ज्योतिर्लिंग को छोड़कर सभी प्रमुख मंदिर श्रद्धालुओं के लिए खुलेंगे
महाकाल मंदिर: 10 से कम, 65 से ज्यादा उम्र वाले को प्रवेश नहीं
मध्यप्रदेश में 8 जून से श्रद्धालुओं को प्रवेश शुरू हो जाएगा । उज्जैन स्थित महाकाल मंदिर में 10 से कम और 65 से ज्यादा उम्र के लोगों को प्रवेश नहीं मिलेगा। श्रद्धालुओं को दर्शन के लिए www.mahakaleshwar.nic.in और टोल फ्री नंबर 18002331008 पर संपर्क करना होगा।
श्री रामराजा सरकार ओरछा: न चरणामृत और न ही प्रसाद मिलेगा
मध्यप्रदेश के ओरछा में स्थित श्री रामराजा सरकार 8 जून से दर्शन हो सकेंगे। www.ramrajatemple.mp.gov.in से ऑनलाइन नि:शुल्क टिकट मिलेगा। प्रवेश से पहले मुख्य द्वार पर श्रद्धालुओं को सैनिटाइज किया जाएगा। मंदिर में न तो चरणामृत और न ही प्रसाद दिया जाएगा।
ओंकारेश्वर मंदिर: 16 से खुलेगा, एक घंटे में 80 श्रद्धालुओं को दर्शन
ऑनलाइन टोकन लेकर श्रद्धालु बाहर से ही दर्शन कर सकेंगे। 16 जून से मंदिर खोला जाएगा। एक घंटे में 80 से ज्यादा श्रद्धालुओं को प्रवेश नहीं दिया जाएगा। जो ओंकारेश्वर के दर्शन नहीं कर पाएंगे, उन्हें ममलेश्वर के दर्शन करवाए जाएंगे।
सलकनपुर मंदिर: दर्शन की गाइडलाइन अभी तय नहीं
केंद्र की गाइडलाइन के अनुसार, सोमवार से श्रद्धालुओं का प्रवेश शुरू होना है, लेकिन प्रदेश शासन से गाइडलाइन आना बाकी है। इसके अनुसार व्यवस्था बनाई जाएगी। रोप-वे बंद रखा जाएगा। मंदिर में सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना होगा।
सीहोर, सिद्धिविनायक गणेश मंदिर: पूजन सामग्री प्रतिबंधित रहेगी
सीहोर स्थित सोमवार से मंदिर सुबह आठ से शाम सात बजे तक खुलेगा। दोपहर एक से दो बजे तक भगवान विश्राम करेंगे। श्रद्धालुओं की एक ही कतार रहेगी। गर्भगृह में प्रवेश प्रतिबंधित रहेगा। मूषक सभागार से श्रद्धालु लौटेंगे। यहां गर्भगृह और एक और कक्ष है।
दतिया: पीतांबरा पीठ पर कल से दो दिन सिर्फ स्थानीय श्रद्धालुओं को ही दर्शन
दतिया स्थित पीतांबरा पीठ मंदिर 81 दिन बाद कल से दर्शनार्थियों के लिए खोला जा रहा है। लोगों को सुबह 9 बजे से शाम 5 बजे तक सरकार की गाइडलाइन का पालन करते हुए दर्शन करने होंगे। पहले दो दिन स्थानीय दर्शनार्थियों को ही प्राथमिकता दी जाएगी। बाहर से आने वाले दर्शनार्थियों के लिए 10 जून से लिंक खुलेगी, जिस पर ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन कराना होगा।